आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग से भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं की लिखित शिकायत की है. आप ने इनके खिलाफ आरपीए 1951, आईपीसी 1860 और आदर्श आचार संहिता के नियमों के तहत आवश्यक कानूनी कार्यवाही की भी मांग की है. आप ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में बीजेपी के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाये हैं.
आम आदमी पार्टी ने अपनी लिखित शिकायत में कहा है कि बीजेपी नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मसलन फेसबुक और एक्स (ट्विटर) पर हमारे राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने के मकसद से कई फर्जी तस्वीरें पोस्ट की हैं.
केजरीवाल की छवि खराब करने का आरोप
आप की तरफ से भेजी गई शिकायत में बताया गया है कि अरविंद केजरीवाल ना केवल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं बल्कि वह राष्ट्रीय संयोजक हैं और मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान के विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक भी हैं. पार्टी ने लिखा है बीजेपी नेताओं ने सोशल मीडिया पर अरविंद केजरीवार की छवि खराब करने की कोशिश की है.
आप की शिकायत में बीजेपी के इन नेताओं के इस कदम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. पार्टी ने लिखा है बीजेपी ने एक नहीं बल्कि अनेक बार अरविंद केजरीवाल और दूसरे कई आप नेताओं की फोटो को मॉर्फ्ड करके सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिससे प्रचार के दौरान उनकी छवि को धक्का पहुंचा है.
शिकायती चिट्ठी के साथ सबूत भी किया अटैच
आम आदमी पार्टी ने लिखा है कि यह सोशल मीडिया का गैरकानूनी दुरुपयोग है. पार्टी ने अपनी शिकायत के समर्थन में सोशल मीडिया पर शेयर की गई कुछ क्लिपिंग को भी अटैच किया है और लिखा है कि ये पोस्ट बीजेपी के ऑफिशियल फेसबुक पेज से शेयर की गई है. पार्टी ने फेसबुक के साथ ही एक्स (ट्विटर) पर भी शेयर की गई स्क्रीन शॉट को अटैच किया है.
पत्र में आम आदमी पार्टी ने लिखा है बीजेपी नेताओं ने बिना किसी आधार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आम लोगों के बीच बदनाम करने की कोशिश की है. पत्र में लिखा गया है कि चूंकि ये सारी पोस्ट बीजेपी के ऑफिशियल फेसबुक और एक्स पर शेयर हो चुकी हैं तो इसका असर आम लोगों पर भी पड़ता है. इससे केजरीवाल जी का इमेज प्रभावित होता है.
चुनाव आयोग ने आप को जारी किया था नोटिस
चुनाव आयोग ने एक दिन पहले ही आम आदमी पार्टी को नोटिस जारी किया था. आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री और बीजेपी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला उठाया था. नोटिस में कहा गया था कि समुचित जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं अरविंद केजरीवाल ने कहा कि रैलियों में प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलने के चलते यह नोटिस भेजा गया है.